बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा के लिए प्रमुख सरकारी योजनाएँ
भारत में बेटियों के विकास, शिक्षा, सुरक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई योजनाएँ चलाती हैं।
इन योजनाओं का उद्देश्य है—बेटियों को जन्म से लेकर उच्च शिक्षा और रोजगार तक हर कदम पर सहयोग देना।
इस ब्लॉग में हम भारत की प्रमुख बेटियों के लिए सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी साझा कर रहे हैं।
1. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना (Beti Bachao Beti Padhao Yojana)
यह बेटी-सशक्तिकरण से जुड़ी सबसे चर्चित और प्रभावशाली योजना है।
इसका मुख्य उद्देश्य देश में घटते लिंगानुपात को सुधारना और बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देना है।
मुख्य लाभ
- समाज में जागरूकता बढ़ाना
- बेटी की स्कूलिंग को बढ़ावा
- शिक्षा से जुड़े कार्यक्रमों में आर्थिक और सामाजिक समर्थन
किसके लिए है?
- यह एक सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम है; इसमें प्रत्यक्ष आर्थिक लाभ नहीं दिया जाता।
2. बालिका समृद्धि योजना (Balika Samriddhi Yojana)
यह योजना गरीब परिवारों की बेटियों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
योजना के लाभ
- बेटी के जन्म पर आर्थिक अनुदान
- स्कूल में दाखिले पर अतिरिक्त राशि
- कक्षा 1 से 10 तक की प्रत्येक कक्षा पास करने पर आर्थिक सहायता
कौन पात्र है?
- गरीबी रेखा से नीचे (BPL) परिवार की बेटियाँ
3. सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana – SSY)
यह योजना बेटियों के लिए सबसे सुरक्षित और उच्च ब्याज दर वाली बचत योजना है।
मुख्य लाभ
- 8–9% तक ब्याज (सरकार समय-समय पर बदलती है)
- Income Tax में 80C के तहत छूट
- बेटी की 18 वर्ष की उम्र के बाद पैसे निकालने की सुविधा
- 21 वर्ष में मैच्योर
कौन खोल सकता है?
- 10 साल से कम उम्र की बेटियों के नाम पर माता-पिता या अभिभावक
यह योजना बेटी की शादी और उच्च शिक्षा के लिए बेहद उपयोगी है।
4. लाडली लक्ष्मी योजना (Ladli Laxmi Yojana)
(मध्यप्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड सहित कई राज्यों में लागू)
योजना के लाभ
- बेटी के जन्म से लेकर शिक्षा तक चरणवार आर्थिक सहायता
- हाई स्कूल पास करने पर अंतिम किश्त
- बेटी की शादी में आर्थिक लाभ
पात्रता
- राज्य का निवासी
- बेटी के माता-पिता का आय प्रमाण
5. मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना (Uttar Pradesh)
यह उत्तर प्रदेश सरकार की अत्यंत लोकप्रिय योजना है।
लाभ (6 चरणों में आर्थिक सहायता)
- जन्म पर
- 1 वर्ष पूरा होने पर
- कक्षा 1 में प्रवेश पर
- कक्षा 6 में प्रवेश पर
- कक्षा 9 में प्रवेश पर
- स्नातक/डिप्लोमा में प्रवेश पर
कुल सहायता ₹15,000 तक दी जाती है।
6. उज्ज्वला कन्या योजना (राज्यस्तरीय योजनाएँ)
कई राज्यों में “उज्ज्वला” या “कन्या उत्थान” नाम से बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाएँ चलाई जाती हैं।
लाभ
- स्वास्थ्य जांच
- शैक्षणिक सहायता
- पोषण और सुरक्षा कार्यक्रम
7. इंदिरा गांधी बालिका सुरक्षा योजना (राजस्थान)
राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही यह योजना बाल विवाह रोकने और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए है।
लाभ
- बेटी के नाम पर निवेश
- 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर आर्थिक सहायता
- पढ़ाई और स्वास्थ्य के लिए अलग-अलग चरणों में वित्तीय सहयोग
8. बेटी शगुन योजना / कन्या विवाह योजना (कई राज्यों में उपलब्ध)
यह योजना बेटी के विवाह में आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
कई राज्यों में यह अलग-अलग नाम से चलती है जैसे:
- हरियाणा – “कन्या विवाह अनुदान योजना”
- बिहार – “मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना”
- मध्यप्रदेश – “मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना”
लाभ
- ₹25,000 से ₹50,000 तक आर्थिक मदद
- गरीब परिवारों के लिए राहत
9. बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना (Girl Child Education Incentive)
कई राज्यों में यह योजना लागू है, जिसका उद्देश्य बेटियों की स्कूल से कॉलेज तक की पढ़ाई को बढ़ावा देना है।
लाभ
- स्कूल फीस में छूट
- स्कॉलरशिप
- किताबें, यूनिफॉर्म, साइकिल आदि में सहायता
10. राज्य-स्तरीय विशेष योजनाएँ (State-wise Schemes)
भारत के लगभग हर राज्य में बेटियों के लिए अलग-अलग योजनाएँ हैं, जैसे:
बिहार
- मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना
- बालिका प्रोत्साहन योजना
हरियाणा
- लाडली योजना
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ – राज्य कार्यक्रम
राजस्थान
- राजश्री योजना
- बालिका सुरक्षा योजना
गुजरात
- कुशल्यम योजना
- विकासशील बालिका योजना
अगर आप चाहें, तो मैं आपके राज्य के अनुसार विशेष योजना की पूरी सूची भी दे सकता हूँ।
आवेदन कैसे करें? (How to Apply)
बेटियों के लिए अधिकांश योजनाओं में आवेदन इन माध्यमों से होता है:
- राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट
- Women & Child Development (WCD) Portal
- जन सुविधा केंद्र (CSC)
- Post Office (सुकन्या समृद्धि योजना के लिए)
आवश्यक दस्तावेज़
- जन्म प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- राशन कार्ड
- परिवार की आय प्रमाण पत्र
- स्कूल/कॉलेज प्रमाण पत्र